साप्ताहिक भविष्यफल 8 से  14 फरवरी सन् 2020 ई0 

  • rashifal february 2020
     horoscope

मेष राशि-

मेष राशि के जातक के लिये सप्ताहारम्भ से ही राशिस्वामी मंगल, गुरु-केतु युक्त भाग्यस्थान पर होने से मिश्रित फल देगें।अत्यधिक संघर्ष के पश्चात् आय के साधन बनते रहेंगे। खर्च की अधिकता से मन परेशान एवं अशान्त रहेगा। दशम भाव में सूर्य-शनि के प्रभाव से पिता-पुत्र में मतभेद रहेंगे परन्तु धर्म-कर्म में रुझान एवं शुभ मंगल कार्य भी होंगे । 13 ता. से घरेलु हालत में परिवर्तन एवं खुशी के अवसर मिलेंगे।
उपाय- संक्रान्ति के दिन अनाज, गुड़, फल एवं धर्मग्रन्थ का दान करना शुभ होगा ।

वृष राशि-

वृष राशि के जातक की कुंडली में शुक्र लाभ स्थान पर होने से आर्थिक हालात पहले से बेहतर होंगे। मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। विदेश सम्बन्धी कार्यो में सफलता की सम्भावना बढ़ेंगी परन्तु अष्टम में मंगल, गुरु, केतु के प्रभाव से स्वास्थ्य परेशानी रहेगी। क्रोध अधिक आयेगा एवं चोट का भय रहेगा ।
उपाय- मंगलवार एवं शुक्रवार को कन्या पूजन करना लाभकारी रहेगा।

मिथुन राशि-

मिथुन राशि के जातक की कुंडली में अष्टम भाव में सूर्य-शनि के प्रभाव से आर्थिक क्षेत्र में आप निरर्थक मामलों में उलझे रहेंगे। परिवार में कुछ मतभेद एवं सन्तान सम्बन्धी चिन्ता रहेगी परन्तु भाग्य स्थान पर बुध के प्रभाव से कुछ रुके हुए कार्यों  की पूर्ति होगी। आय के साधन बनते रहेंगे । सप्ताह के अन्त में घर  में शुभ मंगल कार्य सम्पन्न होगा।
उपाय- संक्रान्ति को अनाज, फल, धार्मिक ग्रंथ का दान करना शुभ होगा ।

कर्क राशि-

कर्क राशि के जातक की राशि पर शनि का प्रभाव रहने से क्रोध एवं उत्तेजना अधिक रहेगी। अति महत्वपूर्ण कार्यों के लिये भागदौड़ रहेगी। व्यर्थ की चिन्ता एवं बनते कार्यों में विलम्ब होने के योग हैं। विदेश में भी पत्र व्यवहार होने के योग हैं। जमीन-जायदाद क्रय-विक्रय करने का योग बन रहा है। शत्रु हावी रहेंगे । आय से अधिक खर्च ना करें अन्यथा कर्ज लेने की स्थिति भी आ सकती है ।
उपाय- शनिवार को शनि मन्दिर में तेल का दिया जलाने से शुभ होगा ।

सिंह राशि-

सिंह राशि के जातक की कुंडली के पंचम भाव में मंगल -गुरु -केतु युक्त एवं छठे भाव में शनि का संचार होने से मिश्रित प्रभाव होगा। प्रत्येक काम में रूकावट एवं धन का व्यय अधिक होगा । घरेलु परेशानियों के कारण तनाव अधिक रहेगा परन्तु गुरु की शुभ दृष्टि होने से प्रयास करने पर कोई बिगड़ा काम बनेगा ।आय के स्रोत में वृद्धि एवं मान-सम्मान भी बढ़ेगा। लेकिन नये काम को शुरू करने में विलम्ब होगा। स्वास्थ्य भी कमजोर रहेगा।
उपाय – श्रीगणेश चतुर्थी का व्रत करना शुभ होगा ।

कन्या राशि –

कन्या राशि के जातक की कुंडली के चतुर्थ भाव में गुरु -केतु एवं राशि स्वामी बुध छठे भाव में संचार करने से स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी, मानसिक तनाव, शत्रु का भय बना रहेगा तथा आपके अपने भी परायों जैसा व्यवहार करेंगे। कार्य क्षेत्र में उन्नति होगी व्यापार के विस्तार के लिए ऋण आदि की आवश्यकता पड़ेगी। आर्थिक उलझनों के कारण मन अशान्त रहेगा। सप्ताह के अंत में दूर की यात्रा एवं फालतू खर्च अधिक होगा।
उपाय -विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें सुभ होगा | 

 तुला राशि –

तुला राशि के जातक के राशि स्वामी शुक्र का मीन राशि में संचार करने से उत्साह एवं सौभाग्य में वृद्धि होगी। किसी नये काम को करने की योजना भी बनेगी। संतान सुख एवं धार्मिक कार्यों पर खर्च होगा परन्तु शनि की ढैय्या के प्रभाव से भूमि – वाहन आदि के सम्बन्ध में परेशानी होगी । स्वास्थ्य ढीला रहेगा। मानसिक तनाव एवं पिता -पुत्र में कुछ मतभेद भी रहेंगे परन्तु विदेशी कार्यों में रूकावट के पश्चात कार्य सिद्धि के योग बनेंगे ।
उपाय – प्रतिदिन भगवान सूर्य को विधिपूर्वक अर्ध्य प्रदान करना शुभ होगा।

वृश्चिक राशि –

वृश्चिक राशि के जातक की कुंडली के दूसरे भाव में राशि स्वामी मंगल-गुरू-केतु युक्त होने से अपने बुद्धि चातुर्य एवं विशेष परिश्रम से धन अर्जित करने के अवसर मिलेंगे परन्तु आप कई बार उचित अवसरों का लाभ नहीं उठा पाएंगे । भाई-बन्धु से मतभेद एवं पैतृक सम्पत्ति सम्बन्धी विवाद भी होने के योग हैं । सप्ताह के अंत में क्रोध की अधिकता से परेशानी, आर्थिक समस्याएं तथा धन का अपव्यय भी होगा ।
उपाय – प्रतिदिन श्री सुन्दरकाण्ड का पाठ करना शुभ होगा ।

धनु राशि –

धनु राशि के जातक पर मंगल-गुरू-केतु का संचार एवं कुण्डली के दूसरे भाव में सूर्य -शनि का संचार है जिससे आर्थिक क्षेत्र में विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ेगा । विपरीत परिस्थितियों में भी निर्वाह योग्य आय के स्रोत बनते रहेंगे लेकिन पिता -पुत्र में मतभेद, साझेदारी के कार्यों में हानि, मानसिक तनाव, गुप्त चिंता एवं थोड़ी सी उत्तेजना से कोई बनता काम बिगड़ सकता है । सावधानी बरतें।
उपाय – श्री गणेश चतुर्थी का व्रत करके श्री गणेश अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र का पाठ करना शुभ होगा ।

मकर राशि –

मकर राशि के जातको की कुंडली के दशमेश शुक्र उच्चराशिगत संचार करने से भूमि वाहन आदि सुख सुविधाओं में वृद्धि होगी। आय के स्रोतों में वृद्धि होगी । देश -विदेश में सुखद यात्राओं एवं विदेश जाने की योजना भी बनेगी । आकस्मिक खर्चों में वृद्धि होगी । परिवार में शुभ मंगल कार्य भी होगा लेकिन शनि की साढ़े साती के प्रभाव मानसिक तनाव, ज्यादा गुस्सा एवं शीघ्र उत्तेजित होने से बना हुआ काम बिगड़ सकता है । चोट आदि का भय रहेगा सावधानी बरतें।
उपाय –  प्रतिदिन शिवचालिसा का पाठ करने से लाभ होगा ।

कुम्भ राशि –

कुम्भ राशि के जातक पर शनि की साढ़े साती एवं कुंडली में सूर्य -शनि बारहवे भाव में होने से आर्थिक योजनाओं को क्रियान्वित करने में परेशानी व विलम्ब होने से मानसिक तनाव बनेगा । परिवार में कुछ गलत विचारों से व्यर्थ की  उलझने उत्पन्न होंगी तथा साझेदारी के कार्यों में हानि एवं व्यर्थ की परेशानी बनी रहेगी । मन अशान्त एवं असंतुष्ट रहेगा । वाहनादि सावधानी से चलाएं चोट का भय रहेगा ।
उपाय -श्री नीलकंठ स्तोत्र का पाठ करना शुभ रहेगा ।

मीन राशि –

मीन राशि के जातक पर शनि -मंगल दोनों की दृष्टि होने से स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी, घरेलू उलझने, मानसिक तनाव, गुप्त चिन्ताऐ एवं क्रोध की अधिकता से कोई बनता हुआ काम बिगड़ सकता है । सावधानी बरतें। राशि का स्वामी गुरु स्वराशि होने से निर्वाह योग्य आय के स्रोत बनते रहेंगे। उच्च प्रतिष्ठित लोगों से सम्पर्क भी रहेंगे परन्तु फालतू वाद-विवाद से बचें।
उपाय – प्रतिदिन श्रीरूद्राष्टक का पाठ करके शिव मन्दिर में देसी घी का दीपक जलाना शुभ होगा ।
धन्यवाद ।


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