तिल विज्ञान

भाग-1
ज्योतिष में राशि और तिलों का घनिष्ठ सम्बन्ध है।मनुष्य का जिस राशि में जन्म होता है उसी के अनुसार उसके शरीर पर तिल स्थित होते हैं और उस राशि का उसके जीवन की घटनाओं से घनिष्ठ सम्बन्ध होता है। जैसे गोल तिल मनुष्य के सद्गुणों को दर्शाता है चौकोर तिल इस बात का संकेत देते हैं कि जातक साधारण यात्रा से धन-राशि प्राप्त करेगा, जबकि कोण वाले तिल अच्छाई-बुराई दोनों के परिचायक होते हैं।
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तिल के सम्बंध में ध्यान रखने योग्य बातें

  • तिल जितना अधिक बड़ा होगा, वह व्यक्ति के लिये उतनी ही अधिक समृद्धि या विपत्ति देने वाला होगा। 
  • तिल जितना छोटा होगा, उसका अच्छा या बुरा प्रभाव उतना ही कम होगा।
  • नुकीले तिल अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के मिश्रित फल देते हैं। 
  • हल्के रंग वाले तिल सबसे अधिक भाग्यशाली होते हैं। 
  • काले तिल इस बात का संकेत देते हैं कि अनेक कठिनाइयों के बाद सफलता मिलेगी। 
  • तिल का रंग जितना अधिक गहरा होगा,वह उतना ही अधिक प्रतिष्ठा या अपयश दिलाने वाला होगा। 
  • यदि तिल पर बहुत अधिक बाल हों तो वह दुर्भाग्य का सूचक होता है।
  •  यदि तिल पर थोड़े बाल हों तो वह सौभाग्य का संकेत देता है।

जानिये मानव जीवन में तिलों का महत्व

ललाट पर तिल-

  • यदि तिल ललाट के मध्य में हो तो प्रतिष्ठा, सम्पत्ति, प्रेम, प्रसन्नता, एवं अच्छे परिवार का घोतक है।
  • ललाट के दाहिने ओर तिल वाला व्यक्ति मेहनती होता है।उसे व्यवसाय, परिवार तथा घरेलू क्षेत्रों में बहुत सफलता मिलती है। प्रायः उसे अचानक धन प्राप्ति हो जाती है ।
  • यदि ललाट के बायीं ओर तिल हो तो व्यक्ति के जीवन में निराशा होती है। ये निराशाएं उसे अपनी स्वार्थपरता के कारण झेलनी पड़ती हैं। गरीबी उसे सदा घेरे रखती है। बहुत अधिक मेहनत करके वह गरीबी से छुटकारा पा सकता है।

भृकुटि पर तिल-

  • दायीं भृकुटि के ऊपर तिल इस बात का संकेत देता है कि वह व्यक्ति जिस काम में हाथ डालेगा उसे पूरी सफलता मिलेगी।
  • यदि तिल बायीं भृकुटि पर है तो उसके कार्य बनते-बनते बिगड़ जाते हैं और निराशा का सामना करना पड़ता है।
नेत्र पर तिल -

  • नेत्र के ऊपर तिल बताता है कि व्यक्ति में प्रतिभा तो है, लेकिन गरीबी के कारण वह उससे पूरा लाभ नहीं उठा सकता। 
  • यदि तिल नेत्र के बाहरी कोने पर है तो वह व्यक्ति ईमानदार और सरल मन तथा विशवास करने योग्य होता है, लेकिन वह अपने जीवन की स्थिति के लिए संघर्ष तभी कर सकता है जब उसे प्रेम प्रोत्साहन एवं उचित प्रशंसा मिले।ऐसा व्यक्ति स्वभाव से मेहनती एवं गम्भीर होता है।

कनपटी पर तिल -

  • यदि तिल दायीं कनपटी पर है तो वह अप्रत्याशित धन, सम्मान, ख्याति और प्रतिष्ठा देने वाला होता है।
  • यदि तिल बायीं कनपटी पर हो तो ऐसे व्यक्ति को बार-बार निराशा का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी उसे ऐसे कामो में निराशा मिलती है जिसमें उसने कल्पना ना की हो।

नाक पर तिल -

  • जिस व्यक्ति की नाक पर तिल होता है, वह सच्चा मित्र होता है और अपनी मित्रता के लिये बड़े से बड़ा त्याग कर सकता है।सफलता उसके पैर चूमती है। वैवाहिक जीवन सुखी होता है।धन कमाने में वह पीछे नहीं रहता वो ऐसा कार्य भी कर सकता है जो लोगों को असम्भव लगता है।
कान पर तिल -
  • कान पर तिल अधिकतर कम होते हैं, किन्तु जिसके कान पर होता है, उस व्यक्ति को आशा से अधिक धन की प्राप्ति होती है।

कपोल पर तिल -

  • दायें या बायें किसी भी कपोल पर तिल हो तो इस बात का सूचक है कि व्यक्ति गम्भीर, चिन्तनशील और परिश्रमी है।जीवन, धर्म, राजनीति आदि के सम्बन्ध में वह सदैव बीच वाले मार्ग को अपनाता है। उसे खुश और सुखी जीवन जीने के लिए धनी होना आवश्यक नहीं है। धन की कमी होने पर भी वह सुखी रहेगा।

होंठ पर तिल -

  • तिल चाहे ऊपर के होंठ पर हो या नीचे के होंठ पर वह इस बात का प्रतीक है कि व्यक्ति प्रेम के मामलों में विशेष रूचि लेता है, उसमें उसे सफलता भी प्राप्त होती है। ऐसे स्त्री-पुरूषों का जीवन प्रायः विलासितापूर्ण होता है। ऐसे व्यक्ति उदार प्रवृति के होते हैं।

ठोढ़ी पर तिल -

  • ठोढ़ी के बायीं या दायीं और तिल इस बात का प्रतीक है कि व्यक्ति उदार और स्नेहशील होते है, सतर्क तथा निष्ठावान होते हैं। देश-विदेश की यात्रा के शौकिन होते हैं, क्योंकि दूर बसे लोगों से जान-पहचान करने तथा उनके रिति-रिवाजों की जानकारी प्राप्त करने में उनकी विशेष रूचि होती है। ये परिवार और देश के हित में कोई उत्तरदायित्व ग्रहण करने में कभी पीछे नहीं रहते। ऐसे व्यक्ति को अत्यधिक सम्मान एवं बहुत अधिक समृद्धि भी प्राप्त होती है।
गर्दन पर तिल -
  • यदि तिल गर्दन के आगे के भाग पर हो तो ऐसे व्यक्ति को बहुत अधिक सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
  • यदि तिल दायीं या बायीं ओर हो तो व्यक्ति हठी और बात-बात पर बहस करने वाला होता है। 
  • यदि गर्दन के पीछे की ओर तिल हो तो व्यक्ति को हाथ खींचकर धन-व्यय करना चाहिए ।

कण्ठ, गला पर तिल -

  • यदि तिल गले पर हो तो उस व्यक्ति के विवाह में प्रचुर मात्रा में धन की प्राप्ति होगी।

कंधे पर तिल -

  • जिस व्यक्ति के कंधे के मध्य तिल होता है, वह स्वभाव से अस्थिर होता है और घरेलू जीवन से बचने के लिए यात्रा करता रहता है।
  • यदि तिल दायें कंधे पर हो तो व्यक्ति चतुर, विवेकशील, नीतिवान होता है। प्रत्येक कार्य को सोच- समझकर करता है।उसे अच्छे चरित्र वाले वफादार जीवन साथी मिलता है।
  • यदि ये तिल बायें कंधे पर हो तो ऐसा व्यक्ति अपने व्यापार एवं अपनी स्थिति से संतुष्ट रहता है।

भुजा पर तिल -

  • जिस व्यक्ति की भुजा पर तिल होता है, वह विनम्र और मेहनती होता है।उसका वैवाहिक जीवन सुखी होता है।उसे अपने जीवन में नौकरी एवं व्यापार में संघर्ष करने पड़ते हैं।
बगल पर तिल -
  • यदि तिल दाहिनी  भुजा के नीचे बगल में हो तो उसे जीवन में अनेक कष्टों एवं कठनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।उसे अपनी सुरक्षा के लिए सदा सतर्क रहना चाहिए। थोड़ी सी भी असावधानी कष्टकारी हो सकती है।
  • यदि तिल बायीं भुजा के नीचे बगल में हो तो उसके जीवन के प्रारंभिक वर्ष संघर्षपूर्ण होगें, लेकिन बाद के बर्षो में अधिक धन लाभ होने से जीवन सुखमय हो जायेगा।     

धन्यवाद 




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